Wednesday, February 26, 2020

लक्ष पे पंहुचे बिना पथ मे पथिक विश्राम कैसा..




लक्ष पे पंहुचे बिना पथ मे पथिक विश्राम कैसा..
पथिक हूं मैं जीवन पथ
सतत यूं चलना होगा
आएंगे जीवन मे कई
मुकाम
पर कहीं न रुकना होगा
रास्ते कठिन हों
धूप झुलसाती पर कही
न ठहरना होगा
रास्ता हो टेढ़ा मेढा
या हो घोर अंधेरा
परन्तु मुझे
बढ़ना होगा,
खुशी का अल्हाद
या गम की घनी परछाई
पर मुझे तो
अपने पथ पर अग्रसर
होना होगा
धरा ,भानू,काल, क्या
लेते कभी विश्राम
लेकर इनसे प्रेरणा मुझे
अविराम पथ
तय करना होगा।
जीवन पथ पर
का पथिक हूं मुझे
जीवन पथ पर
चलना होगा।
* * *



माझ्या कारकिर्दी मध्ये...

* २ वेबसाईट - १० लाख युसर
www.brambedkar.in
www.triratnahitech.com

* ५० ब्लॉग प्रकाशित.. (few of them)



* ५ फेसबुक पेज (प्रत्येकी १० हजार फॉलोअर्स)
* २ युट्युब चॅनेल (१५ हजार स्बस्क्रायबर्स)
* Linkedin Account १० हजार कनेक्शन..
* गुगल मध्ये अनेक वेबसाईट, माहिती पहिल्या स्थानावर ..
आणि बरेच काही ..

Adv. Premsagar Gavali
Mumbai


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